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साधना एवं मंत्र दीक्षा

माँ पिताम्बरा बगलामुखी की तांत्रिक और वैदिक दोनों प्रकार की साधनाओ में मंत्र जाप का महत्व है। जो साधक बिना किसी को हानि पहुंचाने की इच्छा से अपना और दुसरों के कल्याण के लिए माँ पिताम्बरा बगलामुखी की साधना करना चाहते है। वही दीक्षा के लिए आवेदन करे। माँ के प्रति अप्पार श्रद्वा पूर्ण विश्वाश एवं समर्पण ही मंत्र सिद्धि को प्राप्त करता है। शास्त्रों में कहा गया है कि बगलामुखी की मन्त्र उपासना संसार में दुर्लभ है | नर, नारायण , ब्रह्मा, विष्णु, रूद्र सभी ने बगलामुखी की उपासना की है |
बगलायास्तु वै मन्त्रं त्रिषु लोकेषु दुर्लभम् |
नानालङ्कार शोभायां नरनारायण प्रियाम् |
वन्देऽहं बगलां देवीं परब्रह्माधिदैवताम् |

जब मनुष्य पर भगवती की ही पूर्ण करुणा और कृपा होती है तभी वह माँ और महाविद्या साधना के बारे में लालसा एवं विचार कर पता है | माँ की साधना करने का जिसे शौभाग्य मिल गया उसके लिए इस जागत में कुछ भी शेष नहीं बचता | माँ बगलामुखी मंदिर का मुख्य उद्देश्य यही है की प्रत्येक ब्यक्ति साधना मार्ग पर प्रसस्त होकर अपना लौकिक एवं परलौकिक उद्धार कर उत्तम जीवन निर्वाह करे |
किसी भी साधना के इच्छुक प्रत्येक साधक को साधना से सम्बंधित मंत्र तंत्र एवं यन्त्र के सिद्ध होने के गुढ़ रहस्यों से अवगत करा कर पूर्णता का बोध बिना किसी भी स्वार्थ के कराया जयेगा, माँ बगलामुखी के विभिन्न मन्त्रों के अलग अलग ध्यान होते हैं और ध्यान के अनुरूप माँ का स्वरुप भी अलग होता है माँ बगलामुखी मंदिर में माँ स्वयं के अनुकम्पा से ही त्रैलोक्यस्तम्भिनी जगत जननी अभीष्ट राज्यप्रदायिनी जगतवशीकरणी सर्वशत्रुविनाशिनी ब्रह्मास्त्रमहाविद्या माँ बगलामुखी विभिन्न स्वरूपों में स्वयं ही साक्षात विराजमान है साथ साथ माँ के सभी अंग देवता जैसे महामृत्युंजय, बटुक भैरव, महाकाल भैरव, हरिद्रा गणपति, ऋषि ब्रह्म देव, ग्रहराज शनिदेव सहित नवग्रह,हनुमान जी, देवराज इन्द्र, विष्णु भगवान,श्री राजराजेश्वर महादेव पूर्ण परिवार के साथ देवी महालक्ष्मी,देवी गायत्री, माँ प्रत्यंगिरा देवी,देवी दुर्गा, शेषनाग,श्री बाला त्रिपुरा, श्री श्री ललिता महा त्रिपुरसुन्दरी (श्री विद्या) एवं जगतगुरु दक्षिणामूर्ति विराजमान हैं | माँ बगलामुखी की यक्षिणी बिडालीका का प्रत्यक्ष दर्शन मंदिर परिसर में होता है|
साधक इसमें से कोई भी साधना कर सकता है | आप को पुनः विश्वाश दिलाता हूँ की माँ की साधना कर के देखिये जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन होगा और आपको पूर्ण मार्गदर्शन दिया जायेगा |

शुभ आशीर्वाद यशस्वी एवं विजयी बनें
पूज्यपाद सर्वतन्त्रसर्वग्य निगमागमतंत्रपरिणः परिव्राजकाचार्य जगतगुरु श्री योगिनी पीठाधीश्वर अनन्त श्री विभूषित ब्रह्मर्षि योगिराज शिवस्वरूप परमहंस स्वामी श्री शिव कुमार जी महाराज

कृप्या, स्पष्ट तस्वीर के साथ अपनी जानकारी भरें करें।